दुजाना ग्राम के अंडरपास में जलभराव से जनजीवन प्रभावित — ग्रामीणों की शिकायत पर कर्मचारियों ने दिया समाधान का आश्वासन
रिपोर्ट : सोहनसिंह रावणा, तखतगढ़
तखतगढ़।
नेशनल हाईवे-325 पर स्थित दुजाना ग्राम अंडरपास में पिछले कई दिनों से चल रहे जलभराव ने ग्रामीणों और राहगीरों के लिए भारी परेशानी खड़ी कर दी है। अंडरपास में पानी जमा होने से न केवल माताजी मंदिर आने-जाने वाले श्रद्धालु, बल्कि आस-पास के किसान और आमजन भी प्रभावित हो रहे हैं। किसानों के खेतों तक आने-जाने में कठिनाई उत्पन्न होने से उनकी कृषि गतिविधियाँ भी बाधित हो रही हैं।
मार्ग अवरुद्ध, राहगीरों को हो रही दिक्कत
पहली पाण (रबी फसलों की सिंचाई) के चलते खेतों तक जाने का सिलसिला बढ़ गया है, लेकिन अंडरपास में भरे पानी के कारण कोशिलाव मार्ग और धोरा मार्ग दोनों ओर से यातायात ठप पड़ा है।
ग्रामीणों ने बताया कि पुलिया के नीचे लगातार पानी भरने से ट्रैक्टर, मोटरसाइकिल और पैदल चलने वालों का निकलना भी मुश्किल हो गया है। कई बार वाहन फिसलने और इंजन बंद पड़ने की घटनाएँ सामने आई हैं, जिससे लोगों को वैकल्पिक रास्तों से होकर लंबा चक्कर काटना पड़ रहा है।
ग्रामीणों ने किया निरीक्षण, जताई नाराजगी
समस्या के समाधान की मांग को लेकर शुक्रवार को ग्रामीणों ने एकत्र होकर अंडरपास पुलिया स्थल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान ग्रामीणों ने मौके की स्थिति देखकर नाराजगी जताई और संबंधित विभाग के अधिकारियों से तत्काल समाधान की मांग की।
ग्रामीणों का कहना था कि यह समस्या नई नहीं है, हर वर्ष बरसात और सिंचाई के मौसम में यह अंडरपास तालाब का रूप ले लेता है, लेकिन स्थायी समाधान आज तक नहीं हुआ।
कर्मचारी ने दिया आश्वासन
मौके पर पहुंचे विभागीय कर्मचारी पुष्पेंद्रसिंह ने ग्रामीणों की समस्याएँ सुनीं और बताया कि विभाग द्वारा इस समस्या को गंभीरता से लिया गया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि आने वाले 10 दिनों के भीतर जलभराव की समस्या का स्थायी समाधान कर दिया जाएगा।
कर्मचारी ने बताया कि जल निकासी के लिए नाली मार्ग और पंपिंग सिस्टम की योजना पर कार्य चल रहा है, जिससे भविष्य में अंडरपास में पानी रुकने की स्थिति नहीं बनेगी।
ग्रामीणों ने जताई उम्मीद
आश्वासन मिलने के बाद ग्रामीणों ने अस्थायी रूप से राहत महसूस की और उम्मीद जताई कि इस बार विभाग अपने वादे पर अमल करेगा। उन्होंने कहा कि यदि तय समय में समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।
निरीक्षण के दौरान उपस्थित रहे ग्रामीण
निरीक्षण के दौरान जिला कांग्रेस संयोजक शंकरलाल माली, किसान नेता डायाराम मीणा, मांगीलाल राजपुरोहित, करणसिंह राजपुरोहित, हकमाराम मालवीय, जीवाराम मालवीय, रामलाल माली, अमृत माली, मोडाराम मालवीय, सुरेशकुमार माली, हिमताराम प्रजापत, सोगाराम प्रजापत, भंवरलाल प्रजापत, मांगीलाल माली, केसाराम प्रजापत सहित दर्जनों काश्तकार एवं ग्रामीण मौजूद रहे। सभी ने सामूहिक रूप से शीघ्र कार्रवाई की मांग की।
स्थायी समाधान की दरकार
ग्रामीणों ने कहा कि अंडरपास पुलिया का निर्माण तो आवागमन सुगम करने के उद्देश्य से किया गया था, लेकिन जलनिकासी की उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण अब यह समस्या बन चुका है। लोगों ने जिला प्रशासन एवं एनएचएआई से स्थायी जलनिकासी तंत्र स्थापित करने की मांग की, ताकि भविष्य में श्रद्धालु व किसान दोनों को राहत मिल सके।
