गोगरा गांव में 70 साल बाद घर-घर पहुंचेगा पानी — नल कनेक्शन से मिली बड़ी राहत, महिलाओं में खुशी की लहर

गोगरा गांव में 70 साल बाद घर-घर पहुंचेगा पानी — नल कनेक्शन से मिली बड़ी राहत, महिलाओं में खुशी की लहर


सुमेरपुर उपखंड के गोगरा में विकास की नई बयार, सरपंच और पंचायत टीम के प्रयास रंग लाए


रिपोर्ट – सोहनसिंह रावणा, तखतगढ़

सुमेरपुर।
सुमेरपुर उपखंड के अंतर्गत आने वाला गोगरा गांव अब 70 वर्षों बाद आखिरकार पेयजल समस्या से मुक्त होने जा रहा है। दशकों से पानी की किल्लत झेलते आ रहे ग्रामीणों को अब हर घर में नल कनेक्शन मिलने की सौगात मिली है। ग्रामीणों, विशेषकर महिलाओं और बच्चियों में इस सुविधा को लेकर खुशी और राहत का माहौल है।


दशकों से झेलनी पड़ रही थी पानी की परेशानी

गोगरा गांव में लंबे समय से लोग पेयजल संकट से जूझ रहे थे। गांव की महिलाएं कई किलोमीटर दूर स्थित टंकियों और कुओं से सिर पर मटके उठाकर पानी लाने को मजबूर थीं। गर्मी के मौसम में तो यह समस्या और भी विकट रूप ले लेती थी। अक्सर पानी की एक बाल्टी के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता था। अब “हर घर नल योजना” के तहत पानी की आपूर्ति शुरू होने से ग्रामीणों को राहत मिली है।


महिलाओं और बच्चियों के चेहरों पर मुस्कान


गांव में नल से पानी आने के बाद महिलाओं के चेहरे पर संतोष और प्रसन्नता झलक रही है। अब उन्हें पानी के लिए सुबह से लेकर दोपहर तक की मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी। छात्राओं को भी अब स्कूल जाने में आसानी होगी, क्योंकि उन्हें घर के कामों में पानी लाने के लिए समय नहीं देना पड़ेगा।

गांव की महिला कमला देवी ने बताया, “हमने कभी नहीं सोचा था कि हमारे घर में नल से पानी आएगा। अब हम सबको बड़ी राहत मिली है। यह हमारे लिए त्योहार जैसा दिन है।”


सरपंच और पंचायत की मेहनत से आया बदलाव

ग्राम पंचायत गोगरा के सरपंच भंवरलाल मेघवाल, वार्ड पंच देवाराम राव और पंचायत सचिव वागसिंह के प्रयासों से यह परियोजना साकार हुई है। उन्होंने लगातार विभागीय अधिकारियों से संपर्क कर पेयजल योजना को आगे बढ़ाया। अब गोगरा गांव में पाइपलाइन बिछाने और नल कनेक्शन देने का कार्य पूरा हो चुका है।


विकास कार्यों की नई शुरुआत


सिर्फ पानी ही नहीं, पंचायत क्षेत्र में अब सीसी सड़क निर्माण, नालियों का निर्माण और सफाई व्यवस्था जैसे विकास कार्य भी तेजी से चल रहे हैं। सरपंच मेघवाल ने बताया कि ग्राम पंचायत का लक्ष्य आने वाले महीनों में गोगरा को एक मॉडल ग्राम के रूप में विकसित करने का है।

ग्रामीण बोले — अब गांव में भी “अच्छे दिन”

ग्रामीणों ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार उन्हें ऐसा लग रहा है कि सरकारी योजनाओं का लाभ उनके गांव तक पहुंचा है।
तालाब के ओवरफ्लो की समस्या के समाधान के लिए भी अब स्थायी व्यवस्था की जा रही है ताकि बरसात के मौसम में पानी का सदुपयोग हो सके।

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