बागरा इंद्रा कॉलोनी विद्यालय दो शिक्षकों के भरोसे संचालित
आठ वर्षों से अवकाश पर चल रही शिक्षिका, विभागीय चुप्पी पर उठे सवाल
बागरा (ओमप्रकाश रावल)।
बागरा कस्बे के जागनाथ रोड स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय इंद्रा कॉलोनी में शिक्षकों की भारी कमी के चलते शैक्षणिक व्यवस्था प्रभावित हो रही है। विद्यालय में स्वीकृत तीन पदों में से वर्तमान में केवल दो शिक्षक ही कार्यरत हैं, जबकि तीसरी नियुक्त शिक्षिका एस. स्वीटी पिछले करीब आठ वर्षों से लगातार अवकाश पर चल रही हैं। लंबे समय से अनुपस्थिति के बावजूद शिक्षा विभाग द्वारा न तो उन्हें निलंबित किया गया है और न ही उनके स्थान पर किसी अन्य शिक्षक की नियुक्ति की गई है, जिससे विभागीय कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं।विद्यालय प्रशासन द्वारा इस संबंध में कई बार उच्च अधिकारियों को लिखित रूप से अवगत कराया गया, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। परिणामस्वरूप दो शिक्षकों को ही संपूर्ण विद्यालय का संचालन करना पड़ रहा है। उन्हें न केवल सभी कक्षाओं का अध्यापन संभालना पड़ रहा है, बल्कि कार्यालयीन कार्यों का अतिरिक्त भार भी उठाना पड़ रहा है।
लंबे समय से एक शिक्षक के अनुपस्थित रहने के कारण विद्यालय का शैक्षणिक माहौल प्रभावित हो रहा है। विद्यार्थियों की पढ़ाई पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी इस गंभीर समस्या की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। सेवा नियमों के अनुसार अब तक न तो प्रभावी कारण बताओ नोटिस की कार्यवाही सामने आई है और न ही निलंबन अथवा सेवा समाप्ति की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया गया है।
विभागीय अनुशासन पर सवाल
विद्यालय में वर्षों से चली आ रही यह स्थिति शिक्षा विभाग के अनुशासन और जवाबदेही पर भी प्रश्नचिह्न लगाती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि समय रहते कार्रवाई की जाती तो आज विद्यालय को इस संकट का सामना नहीं करना पड़ता।
इनका कहना है
मुनीर मीणा, जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक), जालोर ने बताया कि सूचना विलंब से प्राप्त होने के कारण संबंधित शिक्षिका के विरुद्ध कारण बताओ नोटिस जारी कर उनकी प्रतिक्रिया प्राप्त की जाएगी। यदि उत्तर संतोषजनक नहीं पाया गया तो नियमानुसार सेवा समाप्ति की कार्यवाही की जाएगी।
पकाराम देवासी, प्रधानाध्यापक, ने कहा कि विद्यालय में तीन स्टाफ की स्वीकृति है, लेकिन एक शिक्षिका एस. स्वीटी करीब आठ वर्षों से अवकाश पर हैं। उनकी जगह आज तक किसी अन्य शिक्षक की नियुक्ति नहीं की गई। केवल दो शिक्षकों के भरोसे पूरे विद्यालय का संचालन करना बेहद चुनौतीपूर्ण हो गया है।
वहीं कांग्रेस युवा नेता प्रवीण लुंकड ने शिक्षा विभाग से मांग की कि अनुपस्थित शिक्षिका के विरुद्ध तत्काल निलंबन व जांच की कार्रवाई शुरू की जाए तथा शीघ्र ही नए शिक्षक की नियुक्ति की जाए, ताकि विद्यार्थियों की शिक्षा बाधित न हो।
शीघ्र समाधान की आवश्यकता
स्थानीय अभिभावकों और ग्रामीणों ने भी शिक्षा विभाग से मांग की है कि वर्षों से लंबित इस प्रकरण का शीघ्र निस्तारण किया जाए। समय पर कार्रवाई नहीं होने की स्थिति में विद्यार्थियों के भविष्य पर और अधिक नकारात्मक प्रभाव पड़ने की आशंका जताई जा रही है।