जीपीएस से प्रशासनिक निगरानी में प्रवासी बंधुओं को राजस्थान लाया जाए ! सुभाष गोमतीवाल


 एक आईना भारत 

भरतसिंह राजपुरोहित अगवरी 



 

      दयालपुरा के एडवोकेट सुभाष गोमतीवाल ने कोरोना की महामारी के चलते राजस्थान के हजारों प्रवासी मजदूर व व्यापारी दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं ! और वे राजस्थान आना चाहते हैं , जिसको लेकर राज्य सरकार राजस्थान द्वारा  लगातार केंद्र सरकार से  बातचीत  की जा रही है ,लेकिन सरकार के सामने  चुनौती यह है कि  प्रवासी बंधुओं को राजस्थान लाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग  कोरोना  संक्रमित रेड और ऑरेंज  जॉन  शहर  एवं जिलों से होकर गुजरते हैं !
जिस कारण केंद्रीय व राज्य सरकार किसी भी प्रकार की  जोखिम लेना  नहीं चाहती , लेकिन राज्य सरकार व केंद्र सरकार चाहे तो  एडवांस टेक्नोलॉजी से लैस बसों जिसमें जीपीएस सिस्टम लगा हुआ है !
और अन्य बसों के अंदर  जीपीएस सिस्टम लगाकर प्रवासी बंधुओं को राजस्थान लाने वाली बसों की हर जिले से कंट्रोल रूम बना कर, जीपीएस सिस्टम से प्रशासनिक निगरानी के जरिए  प्रवासी बंधुओं को राजस्थान  लाया जा सकता है !
 जिस पर कंट्रोल रूम में बैठकर यह तय किया जा सकता है की , बसे कोरोना संक्रमित रेड या  ऑरेंज जोन  शहर, गांव में या शहर के आसपास तो कहीं नहीं रुकी, जिससे प्रवासी बंधुओं के संक्रमित नहीं होने की विश्वसनीयता बनी रह सकती है !  तथा राजस्थान आने  के इच्छुक प्रवासी बंधुओं के टिकट भी निर्धारित  टिकट राशि के साथ ऑनलाइन मिलने की व्यवस्था हो , एवं बसों द्वारा  प्रवासी बंधुओं के दूसरे राज्य में स्थित रहवास के आसपास क्षेत्र से ही मेडिकल   चेकअप के बाद बस में बैठने की व्यवस्था होनी चाहिए !
जिससे कि बेवजह भीड़   एकत्रित नहीं हो ,जिस पर सोशल डिस्टेंस की पूर्ण पालना संभव हो सकती है !   इस प्रकार सीमित मानव श्रम  एवं जीपीएस जैसी एडवांस टेक्नोलॉजी का उपयोग कर प्रवासी बंधुओं को राजस्थान लाया जा सकता है !
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