बच्चों को सिखाएं संयुक्त परिवार का महत्व* : *अशोक राजपुरोहित

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एक आइना भारत /पाली 


पाली : संवेदना फाऊंडेशन के उपाध्यक्ष अशोक राजपुरोहित ने कहा है कि परिवार सबके जीवन का एक ऐसा स्तंभ है जो सुख हो या दुख हर घड़ी में आपके साथ होता है। सिर्फ सुख-दुख का साथी ही नहीं बल्कि परिवार एकजुटता, प्रेम, मित्रता  और संवेदनशीलता का प्रतीक है। इसका महत्त्व हर एक के जीवन में समान है। 15 मई को हर वर्ष अंतर्राष्ट्रीय परिवार दिवस मनाया जाता है। राजपुरोहित ने कहा है कि दिन पर दिन छोटे होते जा रहे परिवार में नई पीढ़ी का परिवार का मूल समझ पाना मुश्किल है। ऐसे में आज की पीढ़ी के बच्चों को परिवार की महत्ता समझाना बेहद जरुरी है।परिवार में एकजुटता की पहली सीढ़ी है कि हम स्वार्थी होने की बजाए दूसरे के बारे में सोचें यानी खुद से पहले परिवार के सदस्यों के बारे में सोचें। परिवार में पत्नी और मां हमेशा ऐसा करती है जब वह परिवार के दूसरे सदस्यों को पहले खाना खिलाती हैं और खुद आखिर में खाती हैं। हमें भी उनसे सीखकर इस भावना को अपने व्यवहार में उतारना चाहिए अशोक राजपुरोहित ने कहा हैं कि परिवार हो या समाज अगर आप तनावरहित जीवन जीना चाहते हैं तो माफ करना सीखें और भूल जाने की नीति अपनाएं। अपने बच्चों को भी यही सिखाएं। अगर किसी की बातों को भूलने के बजाए सोचते रहेंगे तो मनमुटाव खत्म नहीं होगा और रिश्तों में दरार यही से शुरू हो जाती है।
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