झुलसती गर्मी में रोजा रख कर भी अपना फर्ज निभा रहे है कोरोना योद्धा।।

*

एक आईना भारत
रिपोर्ट. पदमाराम

 मोदरान।जालोर कोरोना संक्रमण की रोकथाम में जिला प्रशासन एवं चिकित्सा विभाग के योद्धा गत कई माह से निरन्तर अपनी सेवाएं दे रहे है। वहीं पर्दे के पिछे भी कुछ योद्धाओं द्वारा नियमित अपने कर्तव्यांे का निर्वहन कर कोरोना को हराने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहे है।
एक तरफ कोरोना संक्रमण में बढ रहे संक्रमितों की संख्या का तनाव के साथ झुलसा देने वाली जालोर की 42 डिग्री की गर्मी तो दुसरी तरफ रोजे की हालात में अपनी जिम्मेदारीयांे को पुर्णतया निभाने का जज्बा। इन कठिन परिस्थितियों में भी कोरोना का भय इन योद्वाओं के हौसलों को नहीं डगमगा सका।
जिला अस्पताल में ऐजेंसी के माध्यम से न्युनतम मानदेय पर कम्प्युटर आॅपरेटर के पद पर लगे संविदा कर्मी सरफराज अली और फारूख खान काजी। सरफराज अली वर्तमान में कोरोना सेम्पल की रिपोर्ट एवं आॅनलाईन रजिस्ट्रेशन का कार्य कर रहे है वहीं फारूख काजी द्वारा शहरी क्षेत्र में हो रही स्क्रीनिंग एवं होम आईशोलेशन की रिपोर्ट का कार्यभार संभाला हुआ। दोनो नियमित रोजे भी रख रहे है और निष्ठा पूर्वक अपने कर्तव्यों का निर्वहन भी कर रहे है।

सरफराज अली ने बताया कि कार्य के दौरान जिले भर से आई हुई रिपोर्टों का संकलन कर उन्हे इन्द्राज करना, क्वारेन्टाईन किये गये पाॅजिटिव लोगो की दुबारा सेम्पलिंग एवं उनकी आॅनलाईन एंट्री करनी साथ ही जालोर शहरी क्षेत्र में होम क्वारेन्टाईन किये गये लोगो के घर घर जाकर सैम्पल संग्रहण और उनकी सूचनाओं को उसी समय आॅनलाईन करने का कार्य किया जा रहा है। इस गर्मी और रोजे की हालत में घर घर घुमकर सूचनाओं का इन्द्राज करना कठिन है पर नामुमकिन नहीं। मैं रब का शुक्रीया अदा करता हुं की इस काम के लिये उन्होने मुझे चुना, इस आपात स्थिति में अपनो की और देश की सेवा करने का अवसर मिला यह मेरे लिये सौभग्य की बात है। मुझे दी गई जिम्मेदारियों को हर स्थिति में पूर्ण करना मेरा फर्ज है और रोजे का बहाना बनाकर हम फर्ज से मुंह मोड ले यह हमें शोभा नहीं देता।।
और नया पुराने

Column Right

Facebook