आंनदपाल एनकाउंटर में सीबीआई ने राजपूत व रावणा राजपूत नेताओ को झूठा फंसाया है - जिलाध्यक्ष ईश्वर सिंह चौहान

आंनदपाल एनकाउंटर में सीबीआई ने राजपूत व रावणा राजपूत नेताओ को झूठा फंसाया है  -  जिलाध्यक्ष ईश्वर सिंह चौहान 

संवाददाता कैलाश सिंह राजपुरोहित

जो सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे उनको ही दौषी बनाना अन्याय है  :- तगसिंह सिणेर

सिवाना:- रावणा राजपूत समाज ने सांवराद केस में सीबीआई जांच में रावणा -राजपूत व राजपूत नेताओ को आरोपी बनाए जाने पर विरोध जताया है तथा जांच को राजनीति से प्रेरित बताया है रावणा राजपूत समाज जिलाध्यक्ष ईश्वर सिंह चौहान ने बताया कि आनंदपालसिंह एनकाउंटर प्रकरण में सीबीआई द्वारा पेश की गई चार्जशीट में राजपूत व रावणा राजपूत समाज के 24 सामाजिक नेताओ को दौषी बनाया गया। उनके ऊपर सांवराद में हुई हिंसा को भड़काने का आरोप लगया गया है। इसको लेकर रावणा राजपूत समाज ने विरोध दर्ज करवाते हुए बताया कि जो न्याय मांग रहे थे उनको ही दौषी करार देने अन्याय है। सीबीआई ने जानबूझकर राजपूत व रावणा राजपूत नेताओ को प्रताड़ित करने की नीयत से किया है। जबकि यह सभी नेताओ ने आनंदपालसिंह व उनके परिवार के साथ हुए अन्याय को लेकर सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे।सांवराद में किसी भी नेता ने भीड़ को भड़काने का कार्य नही किया था। जबकि सभी नेता भीड़ को कंट्रोल करने में लगे हुए थे। सीबीआई ने किसी के दवाब में आकर के झूठी जांच की है जिसका हम पूर्ण रूप से विरोध करते है। हमारे नेताओं के साथ हम अन्याय नही होने देंगे। झूठी जांच को लेकर न्यायालय की शरण लेंगे साथ ही आंदोलन के माध्यम से विरोध भी दर्ज करवाएंगे। समय आने पर जिस राजनीतिक पार्टी ने हमे दबाने की कोशिश की है। उनको भी ब्याज समेत जवाब दे दिया जाएगा। रावणा राजपूत के द्वारा विरोध दर्ज करवाने में युवा प्रदेशाध्यक्ष पहाड़सिंह कुण्डल, बाड़मेर प्रदेश सह संगठन मंत्री तगसिंह सिणेर, प्रदेश प्रचार मंत्री विक्रमसिंह राठौड़, मगसिंह दहिया, धर्मेंद्र सिंह मवड़ी, लाल सिंह भाटी, हरि सिंह इन्दा, संतोष सिंह धांधल, शामिल रहे।
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