मनरेगा : जेठ की तपती धूप में तापघात का बढ़ा खतरा

मनरेगा : जेठ की तपती धूप में तापघात का बढ़ा खतरा

माण्डवला के नरेगा कार्य स्थल पर नहीं है छाया-पानी  के माकुल बंदोबस्त

एक आईना भारत
रिपोर्ट पदमा राम


मोदरान।,-निकटवर्ती माण्डवला कस्बे की नदी में चल रहे केशवना-माण्डवला ग्रेवल सड़क निर्माण कार्य का आज स्थानीय उप-सरपंच झालमसिह बालावत व वार्ड पंचों ने औचक निरीक्षण किया। कार्य स्थल पर 100 मजदुरो में से 77 मजदूर उपस्थित पाये गये। उप-सरपंच झालमसिह बालावत ने बताया कि ग्राम पंचायत में चल रहे नरेगा कार्य स्थलों पर ना तो छाया की ओर ना ही पानी की माकूल व्यवस्था है। कार्यस्थल से एक किलोमीटर दूर 15×15 का एक टेंट लगा हुआ है , जो सौ मजदूरों के लिए अप्रर्याप्त और मात्र खानापूर्ति हेतु लगाया गया है। नरेगा श्रमिकों ने बताया कि कार्यस्थल पर इस चिलचिलाती धूप में विश्राम के लिए नरेगा स्थल पर माकूल संसाधन उपलब्ध नहीं होने से काफी परेशानी का सामना करते हुए बबुल की झाड़ियों का सहारा लेना पड़ रहा है। वार्ड पंच भगवानाराम मेघवाल ने बताया की नरेगा आयुक्त माननीय  पी.सी.किशन के हाल ही के आदेशानुसार नरेगा श्रमिकों को नींबु-पानी,छाछ सहित पेय पदार्थ पिलाने के आदेश है लेकिन यहां तो पानी कि भी व्यवस्था नहीं है।कार्य स्थल पर एक दिव्यांग ‌को अपनी तीन पहियां साइकल पर मटके से पानी लाने के लिए लगा रखा है। जिससे पानी की प्रर्याप्त आपुर्ति नही होने से श्रमिको को घरों से पानी की बोतल लेकर जाना पड़ता है , बोतल का पानी खत्म होने पर एक किलोमीटर दूर से पानी लाकर पीना पड़ रहा है।  वार्ड पंच विजयराज जैन ने बताया की अभी मनरेगा का समय सुबह 6 बजे से 1 बजे तक है। मनरेगा के तहत अधिकांश कार्य खुले में ही होते हैं।  श्रमिकों को तेज धूप में काम करना पड़ रहा है। इसके चलते श्रमिकों पर लू और तापघात का खतरा बना हुआ है। इस अवसर पर वार्डपंच विजयराज जैन,बींजारामभील, रमेश कुमार मेघवाल, भैराराम मेघवाल मौजुद 

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