एक आईना भारत
रिपोर्ट पदमाराम
जालोर 22 जुलाई। कोरोना संक्रमण के जिले में बढ़ते हुए प्रभाव के बावजूद यह सुखद पहलू है कि कोरोना पॉजिटिव केसेज से ठीक होने वाले व्यक्तियों की रिकवरी रेट काफी अच्छी हैं जो कि 75.76 प्रतिशत हैं।
जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने बताया कि जिले में मंगलवार तक 47 हजार 502 कोरोना संदिग्धों की जांच की गई हैं, जिसमें 963 कोरोना पॉजिटिव केसेज पाये गये हैं जो कि 2 प्रतिशत हैं। पॉजिटिव केसों के विरूद्ध 722 व्यक्ति रिकवर हुए हैं। इससे जिले का कोरोना पॉजिटिव रिकवरी रेट 75.76 प्रतिशत है।
जिला कलक्टर ने बताया कि जिले में कोरोना पॉजिटिव केस बढ़ने का मुख्य कारण सामाजिक बैठकों में सामाजिक दूरी के निर्देशों की पालना नहीं करना पाया गया हैं। इस संबंध में विभिन्न क्षेत्रों से कई शिकायतें भी प्राप्त हुई हैं। मृत्यु भोज प्रतिषेध अधिनियम के अंतर्गत मृत्यु भोज का आयोजन तथा इसमें सम्मिलित होना प्रतिबंधित हैं। इसकी अवहेलना करने पर एक वर्ष का कारावास या आर्थिक जुर्माना अथवा दोनों सजा का प्रावधान हैं। यदि गांव में मृत्यु भोज का आयोजन किया जाता है तो संबंधित सरपंच, पंच तथा पटवारी का यह दायित्व है कि इसकी सूचना तत्काल निकटतम मजिस्ट्रेट को दें।
जिला कलक्टर ने इस संबंध में नागरिकों से अपील कर निवेदन किया हैं कि स्वयं सक्रिय होकर कोरोना से बचाव के उपाय जैसे मास्क पहनना, सामाजिक दूरी बनाये रखना, बार-बार साबुन पानी से हाथ धोकर स्वच्छता बनाये रखना अपनी दिनचर्या में शामिल करें और इस संबंध में जन समुदाय को भी जागृत कर कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव में सहयोग करें।
उन्होंने नागरिकों से कहा है कि अपने गांव/क्षेत्र में भीड़ इकट्ठी नहीं होने दें, साथ ही मृत्यु भोज एवं अन्य भीड़ इकट्ठी होने वाली आदि गतिविधियों का आयोजन भी नहीं करें क्योंकि इससे संक्रमण के फैलाव की संभावना बढ़ती है। इसमें सभी से सक्रिय की भावना से जागरूकता लाने की बहुत आवश्यकता है। कोरोना के विरूद्ध लड़ाई जालोर जिला अग्रणी रहा है।
जिला कलक्टर ने जिले में कोरोना संक्रमण बचाव रोकथाम की दिशा में लोगों को जागरूक करने के लिए मीडिया के प्रति भी आभार व्यक्त किया है।