कोरोना काल में बिजली बिल की दोहरी मार*

*कोरोना काल में बिजली बिल की दोहरी मार*

बिजली बिलों के नाम पर आम लोगों व किसानो को लूट रही है गहलोत सरकार

एक आईना भारत /अशोक राजपुरोहित 

पाली: लाॅकडाउन के बाद आये बिजली बिल के बाद आम जन और किसानों में परेशानी दिखी। कोरोना काल के मुश्किल समय में  आम जन पर महंगी बिजली बिलों की दोहरी मार पड रही हैं। हाल ही में सरकार ने टैरिफ में बढोतरी की थी साथ ही अन्य टैक्स बढा दिये थे। पिछले लाॅकडाउन के समय मिटर रीडिंग नहीं लेकर ऐवरेज बिल लिये गये ,रीडिंग नहीं लेने की पेलन्टी अब बिलो में वसूली जा रही है पत्रकार अशोक राजपुरोहित ने सरकार से सवाल किया है कि कोरोना महामारी सब व्यापारी, आमजन घर पर बैठे हैं और सरकार इस तरह से लूटतंत्र मचा के रखी है कई उपभोक्ताओं ने लाॅकडाउन के कारण पिछले दो महीने के बिल नहीं भरे थे। किसी ने दो महीने के बिल भी भरे थे उनको भी चार महिने का बिल थमा दिया। कई प्रकार के चार्जेज भी लगा दिये जैसे स्थाली शुल्क, सहित जल संरक्षण ,फ्युल चार्जेज जैसे कई अन्य चार्च लगा दिये जिससे उपभोक्ताओं पर बिलो में भारी मार पड रही हैं ग्रामीणों ने कहा कि कोरोना महामारी में सरकार आमजन को राहत प्रदान करने की बात तो दूर इस तरह सरकार लूट रही हैं इसे झेल पाना कहीं गरीब परिवारो को मुश्किल हो रहा है आज सभी बेरोजगार बैठे हैं और सरकार लाइट बिलो में बढ़ोतरी कर आम जन को परेशानी में डाल रही हैं पत्रकार अशोक राजपुरोहित ने कहा है कि अधिकारियों के पास सतुंष्टीपूर्वक जवाब नहीं मिल रहा है अभियन्ता स्तर के अधिकारी ये भी नहीं बता पा रहे हैं कि ये स्थायी शुल्क हर बिल में क्यूँ वसूले जा रही है वही किसानों का कहना हैं कि टिड्डी दल के कारण उनकी फसल चौपट हो गयी है और सरकार बिजली बिल देकर परेशानी बढा रही हैं। पत्रकार अशोक राजपुरोहित ने सरकार से निवेदन किया है कि सरकार को बिजली बिलों को में कटौती कर आमजन और किसानों को राहत प्रदान करनी चाहिए।
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