प्रदेश की गौशालाओं को अनुदान देने के लिए सरकार हेतु सद्बुद्धि यज्ञ आयोजन

प्रदेश की गौशालाओं को अनुदान देने के लिए सरकार हेतु सद्बुद्धि यज्ञ आयोजन 

गोशाला चलाना हुआ दूर्भर, प्रदेश की अनेक गोशालाओं का गोवंश दुर्दशा का शिकार 

इस वर्ष का 3 माह का अनुदान बाकी,कैसे होगा प्रदेश की गौशालाओं का संचालन- महामण्डलेश्वर
एक आइना भारत / नागौर

नागौर विश्व स्तरीय गो चिकित्सालय के प्रागण में महामण्डलेश्वर स्वामी कुशालगिरी महाराज के सानिध्य में राजस्थान की सभी गौशालाओं को समय पर अनुदान देने के लिए राजस्थान सरकार हेतु सद्बुद्धि यज्ञ का आयोजन किया गया। जिसमें पण्डित सीताराम पारीक द्वारा विविधत् मन्त्रोउच्चारण कर 1008 बीज मन्त्रों की आहुतियां दी गई । 
             महामण्डलेश्वर ने बताया कि प्रदेश की अनेक गोशालाओं का करीब 35 करोड़ रूपये का अनुदान पिछले छह माह से अटका है जिससे गोशाला संचालकों के आगे आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। साल में केवल 6 माह का अनुदान देने वाली सरकार इसमें भी अब कटौती कर रही है। संचालक गोवंश को खुला नहीं छोड़ सकते, लेकिन रखने के लिए उनके पास बजट भी नहीं है। ऐसे में राजस्थान सरकार के सद्बुुद्धि हेतु यज्ञ का आयोजन किया। सरकार इस वर्ष में अप्रैल, मई ओर जून 2020 के इन तीनों माह का अनुदान समय पर नहीं दे रही। 
           राज्य सरकार ने गौशालाओं मे रहने वाले गोवंश के लिए दर निर्धारित की हुई है, जिसमें छोटे गोवंश पर प्रतिदिन 20 रूपये व बड़े पर 40 रूपये का अनुदान तय किया गया है। मगर प्रति गोवंश पर इससे कई ज्यादा खर्च होता है।  सरकार गौशालाओं जनवरी से जून तक इन छह महीनों का ही अनुदान देती है जबकि गौशाला संचालक छह महीने तक बगैर अनुदान ही गौशालाएं चलाते है। सरकार से मिलने वाला अनुदान से गौ संचालकों को काफी सहयोग मिलता था, जो अब कम हो रहा है, जिससे प्रदेश की गोशालाएं चलाना दुर्भर हो गया और अनेक गोशालाओं का गोवंश दुर्दशा का शिकार हो रहा है।                                             
                गो चिकित्सालय के व्यवस्थापक श्रवणराम बिश्नोई ने बताया कि इस अवसर पर संत इन्द्रजीसिंह,संत गोविन्दराम महाराज, हनुमानगढ़ नोहर से महावीर पारीक, सुमित्रा पारीक, रितु पारीक, पूजा पारीक,विशाल पारीक, ब्यावर से प्रकाश जैन, जोधपुर से मंशा कुमारी सुथार व अन्य गोशालाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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