बल्ली वर्सेज बिरजू" की शूटिंग मे निवाई के अशोक लांगडी को मिला ऐक्टिंग का मौका
मुख्य रूप से दहेज प्रथा व सामाजिक कुप्रथा पर आधारित
एक आईना भारत
चाकसू :- इन दिनों जयपुर में फिल्म नगरी मुंबई के कलाकारों का जमावड़ा लगा हुआ है। फिल्म निर्देशक अरुण नागर की हिंदी फिल्म "बल्ली वर्सेस बिरजू" की शूटिंग इन दिनों जयपुर में चल रही है। इस फिल्म में मुंबई के कई प्रमुख बड़े कलाकार किरण कुमार, रज़ा मुराद, राजू खेर, नीलिमा सिंह, रवि वर्मा व गुंजन पंत आदि भाग ले रहे हैं। इसके साथ ही इस फिल्म में मुख्य भूमिका भीलवाड़ा के नंदेश गुर्जर निभा रहे है। जिसमें निवाई के हरभावता गांव के अशोक लांगडी को भी फिल्म मे किरदार निभाते हुये देंखेगे। अन्य कलाकार दामोदर गुर्जर, सागर भाटी, पूर्व विधायक डॉ.भैरों सिंह गुर्जर, अंशुमन सिंह, निशांत शर्मा, अमृत खटाना खेडली, अजय गुर्जर, ओमप्रकाश सरगरा, पवन मेवाड़ा, देव चंडालिया, महावीर फौजी, रविंद्र रानीवाला (CA), ऋषभ रानीवाला, सहित बहुत से नवोदित कलाकारों का अवसर दिया जा रहा है।
फिल्म निर्देशक अरुण नागर ने बताया कि हिंदी फिल्म "बल्ली वर्सेस बिरजू" में तल्खी के साथ कॉमेडी का तड़का भी लगा हुआ है। इस फिल्म की थीम मुख्य रूप से दहेज प्रथा पर आधारित है, साथ ही राजनीतिक दांवपेचों को फिल्म में गंभीरतापूर्वक दिखाया गया है।
निर्देशक अरुण नागर इस फिल्म से पूर्व मुंबई के कई बड़े कलाकारों के साथ "गुर्जर आंदोलन", "रिस्कनामा", "रिस्कनामा-2" एवं "जय किशन" जैसी हिंदी फिल्में बना चुके हैं । अरुण नागर जी ने फिल्म "रिस्कनामा 2" में अविनाश वधावन एवं फिल्म "जय किशन" में सुपरस्टार राहुल रॉय को बतौर एक्टर साइन किया है ।
निर्देशक अरुण नागर ने बताया कि फिल्म "बल्ली वर्सेज बिरजू" की शूटिंग इसी सप्ताह पूर्ण हो जाएगी तथा पोस्ट प्रोडक्शन का कार्य संपूर्ण करके आगामी चार माह में प्रदर्शित कर दिया जाएगा।
अरुण नागर ने यह भी बताया कि उनकी सभी फिल्में सामाजिक संदेशों के साथ ही बनाई जाती है। इस फिल्म के पूर्ण होने के बाद अरुण नागर निर्माता डॉ.भैरों सिंह गुर्जर की बाल-विवाह जैसी गंभीर सामाजिक कुप्रथा पर हिंदी व राजस्थानी वर्जन में "सौतन बनी सुहागन" फिल्म का निर्माण करेंगे।
इस अवसर पर फिल्म निर्देशक अरुण नागर ने बताया कि तकनीकी रूप से हिंदी या प्रादेशिक भाषाओं की फिल्मों में लागत बराबर ही आती है। हिंदी फिल्मों में कलाकारों के रेट ज्यादा होने से फिल्म की कोस्टिंग बढ़ जाती है। राजस्थान में क्षेत्रीय भाषा की फिल्मों को वे सुविधाएं नहीं मिलती है, जो दक्षिण भारत व अन्य प्रदेशों में सुविधाएं प्राप्त होती है। उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत जी से मांग की है कि राजस्थान में फिल्म निर्माण की सुविधाएं बढ़ाई जाए, क्योंकि फिल्म फिल्मांकन के लिहाज से राजस्थान एक महत्वपूर्ण राज्य है, यहां की संस्कृति व इतिहास फिल्मकार अक्सर अपनी फिल्मों में दिखते रहते हैं। नागर ने सरकार से ये भी मांग की है कि राजस्थानी फिल्मों को प्रोत्साहन देने के लिए राजस्थान में अलग से "फिल्म विकास निगम" बनाया जाये, जिसके माध्यम से फिल्मकारों को आर्थिक सहायता व ऋण उपलब्ध कराया जा सके।
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