एक आईना भारत बम्बोर
गुरु महाराज के शब्दों का पाठ कर बनाया पाहल |
जोधपुर : होली के दूसरे दिन रामा श्यामा के पावन पर्व पर राजस्व ग्राम हेमनगर में बिश्नोई समाज के लोगों द्वारा गुरु जंभेश्वर भगवान के बताए 120 शब्दों का पाठ कर पाहल बनाया वह एकता का संदेश दिया! अखिल भारतीय जीव रक्षा बिश्नोई सभा के पदाधिकारी सुभाष ढाका व बालसा बेनिवाल ने बताया कि भक्त प्रह्लाद के अनुयायी बिश्नोई होली पर होलिका दहन नहीं करते, न ही रंग गुलाल का उपयोग करता है। इसके पीछे इनकी धार्मिक मान्यताएं हैं। ग्रंथों में ऐसा उल्लेख है प्रह्लाद की वापसी पर हवन कर कलश की स्थापना की थी। जो व्यक्ति घर में पाहल नहीं करते हैं. वे मंदिर में सामूहिक होने वाले पाहल से पवित्र जल लाकर उसे ग्रहण करते हैं। समाजजन अपने गुरु जम्भेश्वर के बताए 120 शब्दों का पाठ कर पवित्र पाहल बनाते हैं। इस अवसर पर जहिंगराम बेनीवाल , जोधाराम बेनीवाल , भींयाराम , भप्पाराम , मानाराम दलाणी , सोहन बेनीवाल सहित कहीं भक्तगण उपस्थित रहे !
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जोधपुर : होली के दूसरे दिन रामा श्यामा के पावन पर्व पर राजस्व ग्राम हेमनगर में बिश्नोई समाज के लोगों द्वारा गुरु जंभेश्वर भगवान के बताए 120 शब्दों का पाठ कर पाहल बनाया वह एकता का संदेश दिया! अखिल भारतीय जीव रक्षा बिश्नोई सभा के पदाधिकारी सुभाष ढाका व बालसा बेनिवाल ने बताया कि भक्त प्रह्लाद के अनुयायी बिश्नोई होली पर होलिका दहन नहीं करते, न ही रंग गुलाल का उपयोग करता है। इसके पीछे इनकी धार्मिक मान्यताएं हैं। ग्रंथों में ऐसा उल्लेख है प्रह्लाद की वापसी पर हवन कर कलश की स्थापना की थी। जो व्यक्ति घर में पाहल नहीं करते हैं. वे मंदिर में सामूहिक होने वाले पाहल से पवित्र जल लाकर उसे ग्रहण करते हैं। समाजजन अपने गुरु जम्भेश्वर के बताए 120 शब्दों का पाठ कर पवित्र पाहल बनाते हैं। इस अवसर पर जहिंगराम बेनीवाल , जोधाराम बेनीवाल , भींयाराम , भप्पाराम , मानाराम दलाणी , सोहन बेनीवाल सहित कहीं भक्तगण उपस्थित रहे !
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