मदद को तरसती आँखे माँ ने किडनी देकर बेटे को बचाया अब कैंसर की बीमारी ने घेरा




बासनी भाटियान 
जोधपुर ग्रामीण

कुछ समय पहले जिस माँ ने अपनी किडनी देकर पुत्र की जान बचाई  उसी पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा बेटे को हुआ कैंसर इलाज के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर परिवार पिता की जी तोड़ मेहनत और परिवार की आर्थिक हालात से जुंझ रहे बासनी भाटियान निवासी लालाराम मेघवाल ने ये कभी नही सोचा था की जिस बेटे को पढ़ा लिखा कर बड़ा किया शादी की उसको किडनी की बीमारी होगी जब माँ का दिल पसीजा तो कलेजे के टुकड़े को अपनी किडनी देकर जान बचाई ओर शुकुन की सांस ली लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था थोड़े समय के बाद ही उसके पुत्र दिनाराम को कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी ने जकड़ लिया अब पाई पाई को मोहताज परिवार के मुखिया की आर्थिक हालात भी ठीक नही है और अपने आँखों के सामने दर्द से कराहते हुए बेटे को देख रहे हैं  लालाराम मेघवाल ने अब भामाशाहों,समाज के लोगो सामाजिक कार्यकर्ताओं से अपील कर रहे हैं की कैसे भी आप मदद करके मेरे बेटे को बचाये  दिनाराम अपनी पत्नी और तीन मासूम बच्चीयों को देखकर बार बार गुहार लगा रहा की कोई तो मदद को आगे आये  उसकी ये गुहार राजेंद्र सिंह राजपुरोहित बासनी सैफ़ा ओर  स्थानीय पत्रकार सामाजिक कार्यकर्ता मदनसिंह  चावण्डा ने उठाई जिसको देखकर अब भामाशाह, मददगार आगे आने लगे  मदनसिंह चावण्डा ने बताया की जो भाई सामाजिक कार्यकर्ता, भामाशाह दिनाराम की मदद करना चाहता है वो दिनाराम के पिता लालाराम के अकाउंट में पैसे डालकर मदद कर सकता है और ज्यादा जानकारी के लिए राजेंद्र सिंह राजपुरोहित से सम्पर्क करके पता कर सकता है  आपकी कुछ मदद इनकी जिंदगी में खुशियां ला सकती है   


 वही *सरपंच ओमप्रकाश चौधरी संतोड़ा का कहना है की परिवार वाले अस्पताल में भर्ती कराए तो हम हमारी ओर से पूरी मदद करेंगे*
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