बंगाल के बीरभूम में हुई हिंसा की ग्राउंड रिपोर्ट:घरों से अब तक आ रही मांस के जलने की बू, गांव में लटके दिखे ताले; 2 किलोमीटर दूर पुलिस ने लगाया कैंप


 पश्चिम बंगाल के बीरभूम में TMC नेता की हत्या के बाद हिंसा भड़की और 10 लोगों की हत्या कर दी गई। बीरभूम में हुई हिंसा के बाद  ग्राउंड जीरो पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया और सच की पड़ताल की। बीरभूम जिले के रामपुरहाट थाने से महज 2 किलोमीटर दूर स्थित है बकडुई गांव। यहां मंगलवार की रात 10 लोगों को जिंदा जला दिया गया। उस गांव में सुबह से ही अजीब-सा माहौल था।

बकडुई गांव में पीड़ितों के घरों के पास पहुंचते ही शरीर के जलने की दुर्गंध आ रही थी, जिससे किसी का भी मन सिहर उठेगा। गांव में दहशत है। गांव के बाहर करीब 2 किलोमीटर दूर पुलिस बल की तैनाती है। पूरे गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। खौफ के बीच जिस घर में आग लगाकर लोगों को जिंदा मारा गया था, उसके आसपास के कई घरों में ताले लटके हुए हैं।


एक साल से चल रहा था विवाद
सोना शेख नाम के शख्स के घर में 10 लोगों को जिंदा जलाकर मारा गया है। पड़ोसी शाह आलम शेख बताते हैं कि घटना मंगलवार रात करीब 8:00 बजे की है, जब वह नमाज पढ़ कर घर आ रहे थे। मृतक सोना शेख शाह आलम शेख के मामा के लड़के हैं। शाह आलम कहते हैं- TMC नेता भादू शेख के साथ सोना शेख का झगड़ा पिछले एक साल से चल रहा था। सोमवार को बम से मारकर भादू शेख की हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद भादू शेख के समर्थकों ने सोना शेख के घर पर बम से हमला कर दिया। फिर आग लगा दी, जिसमें घर में छिपे 10 लोग जिंदा जल गए।

हिंसा के दौरान आसपास के घर में भी आगजनी हुई।



घंटों मौत का तांडव, पुलिस बेखबर थी
शाह आलम कहते हैं कि घंटों घटना को अंजाम दिया जाता रहा, लेकिन 2 किलोमीटर दूर पुलिस प्रशासन को इसकी जानकारी नहीं हुई। यह आश्चर्य की बात है। अगर पुलिस मौके पर पहुंच जाती तो इतनी बड़ी घटना नहीं होती। रामपुरहाट शहर के बकडुई गांव में घरों से अब तक सात शव बरामद किए जा चुके हैं। हालांकि दमकल विभाग के एक अधिकारी ने दावा किया कि घटनास्थल से 10 जले हुए शव बरामद किए गए हैं। पुलिस ने कहा कि बरशाल गांव के पंचायत उप प्रमुख और तृणमूल कांग्रेस के नेता भादू शेख का शव सोमवार को इलाके में मिला था। इसके बाद मंगलवार को यह हिंसा हुई। बीरभूम के पुलिस अधीक्षक एनके त्रिपाठी ने कहा कि पुलिस इस मामले की पूरी जांच कर रही है।

इसी घर में 10 लोगों को जिंदा जलाया गया।


कोयला-बालू के अवैध कारोबार में वर्चस्व की लड़ाई
इस घटना के पीछे वर्चस्व और कोयला, बालू से होने वाली अवैध वसूली को कारण बताया जा रहा है। गांव के लोग दबी जुबान से यह कह रहे हैं कि घटना की मूल वजह भादू शेख और सोना शेख के बीच अवैध वसूली की बंदरबांट को लेकर विवाद था, जिस कारण दोनों के बीच अक्सर झगड़ा होता था।

गांव के कई लोगों के घरों पर ताले लटके हुए हैं।


पश्चिम बंगाल के बैरकपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद अर्जुन सिंह ने बकडुई गांव का बुधवार को दौरा किया। उन्होंने कहा कि हत्या के पीछे TMC के गुंडों का हाथ है। पुलिस के संरक्षण में इस घटना को अंजाम दिया गया है। सांसद के साथ भाजपा के कई विधायकों ने भी प्रभावित गांव का दौरा किया। उधर, बीरभूम जिले के टीएमसी नेताओं का आरोप है कि भाजपा मौत पर राजनीति कर रही है।



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