भाद्राजून में किसानों की फसलें तबाह, तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन, अतिवृष्टि से हुई तबाही का सर्वे कराकर मुआवजा व बीमा क्लेम दिलाने की मांग

 भाद्राजून में किसानों की फसलें तबाह, तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन

अतिवृष्टि से हुई तबाही का सर्वे कराकर मुआवजा व बीमा क्लेम दिलाने की मांग



जालोर(उजीर सिलावट) भाद्राजून तहसील क्षेत्र में लगातार हुई भारी बारिश ने किसानों की खरीफ की फसलों को बर्बाद कर दिया है। खेतों में खड़ी बाजरा, मूंग, ग्वार, तिल, ज्वार और अरंडी जैसी फसलें पूरी तरह से चौपट हो गई हैं। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए सोमवार को बड़ी संख्या में किसान आहोर विधानसभा की कांग्रेस प्रत्याशी सरोज चौधरी के नेतृत्व में भाद्राजून मुख्यालय पहुंचे और तहसीलदार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से किसानों ने मांग की कि भाद्राजून तहसील के भोरड़ा, बाला, नीलकण्ठ, मोतीसरी, बिजली, घाना, बरवा, रामा, रेवड़ा, तोड़मी, रातानाड़ा सहित संपूर्ण क्षेत्र में अतिवृष्टि से हुए नुकसान का तुरंत गिरदावरी सर्वे करवाया जाए और प्रभावित किसानों को मुआवजा तथा फसल बीमा योजना के तहत बीमा क्लेम राशि शीघ्र उपलब्ध करवाई जाए।

फसल खराबें का समय पर सर्वे जरूरी

इस अवसर पर कांग्रेस प्रत्याशी सरोज चौधरी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि भाद्राजून क्षेत्र के अधिकांश खेतों में अब भी बरसाती पानी भरा हुआ है। कई किसानों ने कर्ज लेकर फसल बोई थी, लेकिन लगातार बारिश से फसलें पूरी तरह चौपट हो गई हैं। ऐसे हालात में किसानों के सामने आर्थिक संकट गहरा गया है। उन्होंने कहा कि बीमा कंपनियां अकसर समय पर सर्वे नहीं होने पर किसानों के दावों को नकार देती हैं, जिससे अन्नदाता को भारी नुकसान उठाना पड़ता है। उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि किसानों की हालत देखते हुए 72 घंटे के भीतर फसलों का सर्वे करवा कर राहत राशि जारी की जाए, ताकि पीड़ित किसान मानसिक व आर्थिक संकट से बाहर आ सकें।



किसानों का दर्द: कर्ज और दुगना खर्च

ज्ञापन में किसानों ने बताया कि उन्होंने इस खरीफ सीजन में खड़ाई, बुवाई, खाद, बीज और दवाइयों पर भारी खर्च किया है। लगातार बारिश के कारण कई बार बुवाई करनी पड़ी, जिससे लागत कई गुना बढ़ गई। कई किसान तो बैंकों और सेठ-साहूकारों से कर्ज लेकर खेती कर रहे थे। अब फसलें पूरी तरह खराब हो जाने से उनकी स्थिति बेहद चिंताजनक है।



किसानों ने की एक सुर में मांग

किसानों  एक सुर में कहा कि राज्य सरकार तुरंत गिरदावरी करवाए और मुआवजा राशि किसानों के खातों में डलवाए। साथ ही बीमा कंपनियों पर निगरानी रखकर यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी पीड़ित किसान बीमा क्लेम से वंचित न रहे।

किसानों की बड़ी भागीदारी

ज्ञापन सौंपने के दौरान बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे। इनमें किसान नेता जगदीश चौधरी, छोगाराम चौधरी, कालूराम मेघवाल, मिश्रीमल चौधरी, पन्नाराम, वागाराम मेघवाल, ताराराम, मानाराम, विक्रम सिंह, रणछोड़ राम, खुशालराम, भागीरथ, मांगीलाल, दलाराम, उकाराम सहित अनेक किसान शामिल हुए। सभी ने एकजुट होकर नारेबाजी की और सरकार से राहत पहुंचाने की गुहार लगाई।


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