फरिश्तों ने बचाई जान: अगवरी के दो युवकों ने बनकर दिखाई इंसानियत की मिसाल

फरिश्तों ने बचाई जान: अगवरी के दो युवकों ने बनकर दिखाई इंसानियत की मिसाल



आहोर- (गजेंद्र गेहलोत )

 कभी-कभी इंसानियत ऐसे रूप में सामने आती है कि दिल गर्व से भर उठता है। अगवरी के दो युवाओं ने हाल ही में ऐसा ही उदाहरण पेश किया — जब उन्होंने समय पर रक्तदान कर एक घायल युवक की जान बचा ली। जानकारी के अनुसार, कुछ दिन पूर्व अगवरी निवासी प्रवीण कुमार मीणा एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया था। उसे तुरंत सुमेरपुर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि उसकी हालत नाजुक है और उसे तत्काल रक्त की आवश्यकता है। 



इस सूचना पर रक्त फाउंडेशन जालोर के जिला संयोजक भरतसिंह राजपुरोहित (अगवरी) को जानकारी दी गई। उन्होंने बिना देर किए गांव के युवा शैतानसिंह राजपुरोहित को साथ लेकर अस्पताल का रुख किया। दोनों ने मौके पर पहुंचकर रक्तदान किया और घायल युवक को नई जिंदगी दी। अस्पताल में मौजूद लोग इस मानवीय कार्य से भावुक हो उठे। सभी ने दोनों युवकों के साहस, संवेदनशीलता और मानवता की भावना की सराहना की।

भरतसिंह राजपुरोहित ने कहा —

“समय पर किया गया रक्तदान किसी की जिंदगी बचा सकता है। यह सबसे बड़ा पुण्य कार्य है। हर युवा को संकल्प लेना चाहिए कि जब भी किसी को रक्त की जरूरत पड़े, वह आगे बढ़कर मदद करे।”

इस मौके पर करणसिंह राजपुरोहित, जितेंद्रसिंह राजपुरोहित सहित अस्पताल स्टाफ और कई स्थानीय लोग मौजूद रहे।
लोगों ने कहा कि ऐसे युवाओं के कारण ही समाज में इंसानियत आज भी जिंदा है — और यही असली “फरिश्ते” हैं जो दूसरों की जिंदगी में उम्मीद की रोशनी बनकर आते हैं। 

और नया पुराने

Column Right

Facebook