आहोर : तालाबंदी के बाद हरकत में आया शिक्षा विभाग


आहोर : तालाबंदी के बाद हरकत में आया शिक्षा विभाग

तीन शिक्षकों की नियुक्ति के बावजूद ग्रामीणों का धरना जारी, सरपंच बोले "अबकी बार हाईवे जाम करेंगे"


आहोर (जालोर)। आहोर उपखंड के मालगढ़ गांव स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में शिक्षकों की कमी को लेकर मंगलवार को ग्रामीणों और छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा। विद्यालय में शिक्षकों की भारी कमी से नाराज़ ग्रामीणों ने विद्यालय के मुख्य द्वार पर ताला जड़कर तालाबंदी कर दी और शिक्षा विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। करीब दो घंटे तक चले इस प्रदर्शन के बाद विभाग हरकत में आया और तीन शिक्षकों की तत्काल नियुक्ति के आदेश जारी कर दिए। हालांकि, मिली जानकारी के अनुसार ग्रामीणों ने इन आदेशों को अस्थायी समाधान बताते हुए, और अन्य मांगो को धरना समाप्त करने से इंकार कर दिया है।

शिक्षकों की कमी से ठप पड़ी पढ़ाई

मालगढ़ के इस विद्यालय में विज्ञान, गणित और अंग्रेज़ी जैसे प्रमुख विषयों के अध्यापक न होने से छात्रों की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही थी। विद्यालय में करीब 300 छात्र अध्ययनरत हैं, लेकिन शिक्षकों की संख्या मात्र कुछ ही रह गई थी। ग्रामीणों ने बताया कि वे पिछले कई महीनों से विभाग से इस समस्या के समाधान की मांग कर रहे थे, परंतु कार्रवाई नहीं होने पर उन्हें आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ा। मंगलवार सुबह ग्रामीण, प्रशासक और छात्र बड़ी संख्या में विद्यालय पहुंचे और मुख्य द्वार पर ताला जड़कर विरोध शुरू किया। उन्होंने कहा कि जब तक विद्यालय में पर्याप्त शिक्षक नहीं लगाए जाते, तब तक ताला नहीं खुलेगा।

अधिकारियों ने तुरंत की नियुक्ति के आदेश जारी

धरने की सूचना मिलते ही डीईओ जालोर और सीबीईओ (CBEO) आहोर सहित शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारियो ने तुरंत तीन शिक्षकों की तत्काल नियुक्ति के आदेश जारी किए। डीईओ (DEO) जालोर भंवरलाल परमार ने राउमावि भीमपुरा से शिक्षक हनुमाना राम को मालगढ़ स्थानांतरित किया। सीबीईओ आहोर ने राउप्रावि बड़ी बांकली से प्रबोधक कल्याण मंडल तथा राउमावि नोरवा से वरिष्ठ प्रबोधक गजेन्द्र सिंह को तत्काल प्रभाव से मालगढ़ में पदस्थापित किया। वही प्रशासक ने बताया की धरने पर कोई नहीं आया बच्चे और ग्रामीण भूखे बैठे रहे,

 

 सरपंच बोले — "हमें चाहिए प्रिंसिपल और सेकंड ग्रेड शिक्षक"

धरना स्थल पर मौजूद नोरवा सरपंच वागाराम परमार ने स्पष्ट कहा कि विभाग की यह कार्रवाई अधूरी है। उन्होंने बताया — "अभी जो भी नियुक्तियां की गई हैं, वे थर्ड ग्रेड अध्यापकों की हैं। जबकि हमारे विद्यालय में पहले से ही प्राथमिक स्तर के शिक्षक हैं। हमें प्रिंसिपल और सेकंड ग्रेड शिक्षकों की आवश्यकता है ताकि कक्षा 9वीं से 12वीं तक की पढ़ाई सुचारू रूप से चल सके।" परमार ने आगे कहा कि विद्यालय की छुट्टी होने के कारण फिलहाल धरना स्थगित किया गया है, लेकिन विद्यालय पर लगा 'ताला यथावत रहेगा'। "यदि परसों तक हमारी सभी मांगे नहीं मानी जातीं — जिनमें स्थाई प्रधानाचार्य, सेकंड ग्रेड शिक्षक और विषयवार स्टाफ की नियुक्ति शामिल है — तो हम गांव के लोग हाईवे जाम कर धरना-प्रदर्शन करेंगे," उन्होंने चेतावनी दी।

पहले 6 शिक्षक थे अब एक 3 और शिक्षक हो गए है - डीईओ (DEO) जालोर  परमार

धरने की सूचना मिलते ही डीईओ जालोर और सीबीईओ (CBEO) आहोर सहित शिक्षा विभाग के अन्य अधिकारियो ने तुरंत तीन शिक्षकों की तत्काल नियुक्ति के आदेश जारी किए। उन्होंने बताया की पहले 6 शिक्षक थे अब तीन और लगा दिए है जिससे 9 शिक्षक हो गए है, छात्र संख्या के अनुपात में यह शिक्षक सही है, अब धरना देकर किसी समस्या का समाधान नहीं है,

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